सबेरे की विनती

सबेरे की विनती

हे मेरे ईश्वर, मैं विश्वास करता हूँ कि तू यहाँ हाजिर है । मैं सारे दिल से तेरी अराधना करता और तूझे प्यार करता हूँ ।
तूने मुझको बनाया, अपने पुत्र के मरण द्वारा पाप से छुड़ाया और पवित्र आत्मा की कृपा द्वारा पवित्र किया है तूने सारी रात मुझको संभाला है और नया दिन देखने को दिया है । इन और दूसरे सब दानों के लिए, जिनको तूने मुझपर बरसाया है, मैं दीनता से तेरा धन्यवाद करता हूँ ।
तुझसे गिड़गिड़ाकर विनती करता हूँ कि तू मुझे अपनी कृपा दे, कि मैं आज तेरा अपराध न करूँ, लेकिन सब बातों में तेरी पवित्र इच्छा पर चल सकूँ ।आमेन।

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